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G20 के अध्यक्ष के रूप में भारत बनेगा ग्लोबल साउथ की आवाज – अमिताभ कांत

भारत के शेरपा अमिताभ कांत

मनीष कोठारी.उदयपुर. पहली बार भारत की अध्यक्षता में G20 शेरपा बैठक उदयपुर के दरबार हॉल में शुरू हुई । भारत के शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि भारत G20 अध्यक्ष के रूप में अपनी भूमिका का उपयोग करते हुए ग्लोबल साउथ की आवाज बन कर सर्वाधिक जरूरतमंदों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर प्रकाश डालने की भारत की जिम्मेदारी को रेखांकित किया। भारत में होने वाले G20 शिखर सम्मेलन के ध्येय वाक्य एवं थीम के बारे में बताया। वर्ष 2023 में भारत में होने वाले G20 शिखर सम्मेलन का ध्येय वाक्य वसुदेव कुटुंबकम तथा थीम एक पृथ्वी, एक परिवार एवं एक भविष्य है। कांत ने बताया कि यह ध्येय वाक्य भारत की प्राचीन सभ्यता एवं उपनिषदों से लिया जिनमें मनुष्य, जीव जंतु, पौधे तथा जीवाणु को आपस में एक दूसरे से संबंधित बताया गया है।
इसके बाद अमिताभ कांत ने G20 में भारत की प्राथमिकताओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत की प्राथमिकताओं में समावेशी वृद्धि की गति को बढ़ाना, सतत विकास लक्ष्य विशेषकर शिक्षा एवं स्वास्थ्य की प्रगति को तेज करना, हरित विकास, जलवायु वित्तपोषण एवं लाइफ, तकनीकी ट्रांसफॉरमेशन, डिजिटल सार्वजनिक आधारभूत ढांचा, 21वीं सदी की बहू पक्षी संस्थाएं आदि प्रमुख प्राथमिकताएं शामिल हैं। इसके अलावा भारत की प्राथमिकता में 3F यानी फूड, फ्यूल और फर्टिलाइजर है। इस सूची में महिलाओं के नेतृत्व में विकास के पहलू को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
भारत सतत विकास लक्ष्यों पर तीव्र प्रगति पर एजेंडे को G20 के सेंटर स्टेज पर लाएगा। हम हमारी प्रमुख प्राथमिकताओं को विकास पर कार्य समूह में आगे ले जाएंगे। इन प्राथमिकताओं में लाइफ को प्रोत्साहन देना तथा विकास के लिए डाटा सम्मिलित है।

भारत के शेरपा अमिताभ कांत


इसके अलावा अमिताभ कांत ने G20 शिखर सम्मेलन के लिए कार्यरत विभिन्न कार्य समूह में होने वाली चर्चाओं के मुख्य बिंदुओं पर भी प्रकाश डाला। अमिताभ कांत ने बताया कि व्यापार एवं निवेश पर कार्य समूह में प्रतिरोधी वैश्विक वैल्यू चैन, मध्यम एवं लघु उद्यमों का वैश्विक अर्थव्यवस्था में एकीकरण तथा वृद्धि एवं समृद्धि के लिए व्यापार जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी। विकास पर कार्य समूह में विकास के लिए डाटा, पर्यावरण के लिए जीवन शैली जैसे मुद्दों पर फोकस रहेगा।

वैश्विक कौशल अंतराल की समस्या का समाधान, सामाजिक सुरक्षा के लिए सतत वित्तीयन, गिग एवं प्लेटफार्म अर्थव्यवस्था एवं सामाजिक सुरक्षा जैसे मसलों पर रोजगार पर कार्य समूह में विचार विमर्श होगा।
पर्यटन पर कार्य समूह में ग्रीन टूरिज्म, पर्यटन क्षेत्र के लिए डिजिटाइजेशन, पर्यटन के लिए आवश्यक कौशल एवं पर्यटन क्षेत्र के मध्यम एवं लघु उद्यम आदि विषयों पर बातचीत होगी।
कृषि पर कार्य समूह में खाद्य सुरक्षा एवं पोषण को बढ़ाने, क्लाइमेट स्मार्ट अप्रोच के साथ खेती-बाड़ी करने, कृषि क्षेत्र के लिए प्रौद्योगिकी एवं डिजिटाइजेशन जैसे मुद्दों पर मंथन होगा।
इसके अलावा कुछ कार्य समूह स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति एवं एनर्जी ट्रांजिशन पर काम करेंगे। स्वास्थ्य पर काम करने वाले कार्य समूह में हेल्थ इमरजेंसी के लिए तैयारियां, रोकथाम एवं प्रतिक्रिया पर चर्चा होगी। वहीं शिक्षा पर बने कार्य समूह में आधारभूत साक्षरता एवं अंक ज्ञान, रिसर्च एवं इनोवेशन को मजबूत करने जैसे मसलों पर चर्चा होगी।
संस्कृति पर कार्य समूह में सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण एवं संस्कृति के संरक्षण में सूचना एवं कंप्यूटर प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर बात होगी।

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Manish kothari

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